favicon
S W A R N I M S A H I T Y A

स्वर्णिम साहित्य में आपका स्वागत है। क्या आप स्वर्णिम साहित्य का सहयोग करेंगे? स्वर्णिम साहित्य की पुस्तकें "साहित्य मणि" और "काव्य धारा" दोनों ही Amazon और Notion Press पर उपलब्ध हैं । आप अपनी रचनाएँ, कहानियाँ आदि हमारी ईमेल आईडी swarnimsahitya@gmail.com पर भेजें

#1 India's No. 1 Hindi Sahitya Platform

अपनी दुनिया बदलना चाहते हैं तो किताबों की दुनियां में आएं

बड़े बड़े लोग किताबें पढ़ कर बड़े हुए हैं।

image
image
image
image
Name and Fame

लिखें और कमाएं

image

रजिस्ट्रेशन करें

अपने साहित्य को स्वर्णिम बनाने के लिए सर्वप्रथम स्वर्णिम साहित्य पर रजिस्ट्रेशन करें।

image

मौलिक साहित्य भेजें

अपना मौलिक साहित्य अर्थात स्वतः लिखित लेख, रचनाएँ, शायरी आदि ही भेजें।

image

कमाइए

यदि आपका साहित्य स्वर्णिम साहित्य में चयनित होता है तो आपको मिलेगा पुरस्कार स्वरुप धनराशि।

Swarnim Sahitya

क्या है स्वर्णिम साहित्य ?

स्वर्णिम साहित्य एक ऐसी साहित्य संस्था है जो न सिर्फ साहित्यिक धरोहर को संजोने में प्रयासरत है बल्कि नवीन लेखक, कवि/कवयित्री, रचनाकार, लेखन में रूचि रखने वाले तथा हिन्दी प्रेमियों को उनके सपने साकार करने में सहायता प्रदान कर रही है।

"हमने अनुभव किया है कि भारत में लेखकों, कवि/कवयित्रियों, साहित्यकारों की कमी नहीं है परन्तु उनकी स्वर्णिम कविताएँ, स्वर्णिम कहानियाँ, लेख, ग़जल आदि सिर्फ उनकी अलमारी में दब कर दम तोड़ देतीं हैं, किसी डायरी के पन्नों से बाहर आने के लिए किसी पिंजरे में बंद पंछी की भाँति फड़फड़ाती रहतीं हैं। उन्हीं कविताओं, कहानियों को जन-जन तक पहुँचाना हमारा संकल्प है।"

#SwarnimBooks

क्या आपकी पुस्तक है?

यदि आपने कोई पुस्तक लिखी है जो जन जन तक पहुँचने में असमर्थ हुई हो, स्वर्णिम साहित्य को भेजिए अपनी एक पुस्तक; हम रिव्यु करेंगे और प्रयास करेंगे आपकी पुस्तक को स्वर्णिम पुस्तक बनाने में; आपकी सहायता करेंगे कि आपका लेखन भारत के कोने कोने तक पहुँचें।

आपकी पुस्तक भारत के जन जन तक

हमारा प्रयास कि आपकी पुस्तक किसी अलमारी में कैद न हो, उसको खुला आकाश मिले, भारत के हर व्यक्ति तक पहुँचे ।

सोशल मीडिया से दूर कहीं आओ किताबों की दुनिया में चलें

Sudha Sharma Meerut Uttar Pradesh

सुधा शर्मा

मेरठ (उत्तर प्रदेश)

“ स्वर्णिम साहित्य नये उभरते साहित्यकारों के लिए स्वर्णिम अवसर है, जहां अपने भावों को विभिन्न रुपों में अभिव्यक्त करने की स्वतंत्रता है।साहित्य की अनेक विद्याओं का समागम है ये।और भारत की गंगा जमुनी तहजीब का मार्ग प्रशस्त करता है।यहां विभिन्न भाव ,विभिन्न धाराओं की भांति स्वर्णिम साहित्य समुन्दर में मिलकर एक भारतीयता की भावना का निर्माण करते हैं। भाई गौरव को बधाई ,स्वर्णिम साहित्य अनवरत उन्नति के मार्ग पे चलते हुए शिखर का स्पर्श करे।अशेष अनंत शुभकामनाएं।”

Surbhi Saxena Bareilly

सुरभि सक्सेना

बरेली (उत्तर प्रदेश)

“स्वर्णिम साहित्य एक ऐसा मंच है जिसके द्वारा सभी उम्र के लोगों को अपने आप को अभिव्यक्त करने का अवसर प्राप्त होता है । बालकों एवं युवाओं के रचना को लोगों तक पहुँचाने का अच्छा मंच है । आपने हर तरह से मेरी और मंच के सभी सदस्यों की इस प्रतिभा को निखारने के लिए पूरा सहयोग किया। मै तहे दिल से आपको धन्यवाद कहती हूँ जो आपने सभी कवि और कवियित्रियो की रचना जन जन तक पहुँचाने का प्रयास किया है। एक वार फिर से बहुत बहुत धन्यवाद ।”

Anjali Bansal Agra

अंजली बंसल

आगरा (उत्तर प्रदेश)

“स्वर्णिम साहित्य कविताएं, कहानियां लिखने वालों के लिए एक बहुत ही बेहतरीन मंच है यह एक ऐसा मंच है जिसने कई ऐसे लोगो को अपनी कविताओं को सामने लाने का एक मौका दिया है जो कभी अपनी कविताओं को कोई उनका मजाक ना उड़ाए ये सोचकर कहीं एक कोने में हमेशा के लिए दफ्न कर देते थे मगर आज इस मंच के कारण ना जाने कितने लोगो की कविताएं अब एक बार फिर से खुली सांस ले पा रही हैं और एक बार फिर से वो जीने लगी हैं मैं इस स्वर्णिम साहित्य मंच कादि से बहुत बहुत शुक्रिया व्यक्त करती हूं ।”

Nisha Sharma Prayagraj

निशा शर्मा

प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)

“ स्वर्णिम साहित्य उभरते हुए कलाकारों के लिए स्वर्णिम ही है यानी उनके जीवन का सुनहरा पल जहां वह अपने भावों को अपनी लेखनी के माध्यम से वहां पर प्रकाशित करते हैं स्वर्णिम साहित्य में जुड़ना मेरे लिए सौभाग्य की बात है क्योंकि यहां पर सभी वर्ग के लेखकों का सम्मान होता है ,निशुल्क ही कार्य संचालित किए जाते हैं जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इस पर जुड़ सकें स्वर्णिम साहित्य एक ऐसा मंच है जहां पर लेखकों को पूरे सम्मान के साथ उनकी रचना प्रकाशित की जाती है तथा विश्वास एवं पारस्परिक सहयोग के साथ काम किया जाता है।”

Read Books Every Day. Change Your Life.

शुरुआत चाहे एक पंक्ति, एक पृष्ठ से करें लेकिन रोज पढ़ें

अमर साहित्यकार

Munshi Premchand
Jay Shankar Prasad
Dharamveer Bharti
Mahadevi Verma
Sumitra Nandan Pant
Subhadra Kumari Chauhan
Tulsidas
Kabirdas
Suryakant Tripathi Nirala
Bhartendu Harishchand
quote

जो कभी रो नहीं सकता, वह प्रेम नहीं कर सकता, रुदन और प्रेम दोनों एक ही स्रोत से निकलते हैं।

मुंशी प्रेमचंद

लेखक
quote

अन्य देश मनुष्यों की जन्मभूमि है, लेकिन भारत मानवता की जन्मभूमि है।

जयशंकर प्रसाद

लेखक
quote

सभी शून्य छिद्रों को जैसे प्रकाश और वायु भरते रहते हैं, आत्मा का एक ही समुद्र जैसे सभी प्रवाहों का चरम परिणाम है।

सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला

लेखक/कवि